श्रीनगर। अमरनाथ यात्रा की पावन रौनक चरम पर है। शुक्रवार सुबह जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से चौथा जत्था हर-हर महादेव के जयघोष के साथ रवाना हुआ। भक्तों में उत्साह और आस्था की ऊर्जा देखने लायक थी। “बम-बम भोले” और “जय बाबा बर्फानी” के नारों से माहौल भक्तिमय हो उठा, वहीं ‘इंडियन आर्मी जिंदाबाद’ के नारों ने देशभक्ति का रंग भी घोला।
श्रद्धालुओं के हाथों में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का स्टीकर लगे छोटे पौधे थे, जो पर्यावरण प्रेम और आध्यात्मिकता का संदेश दे रहे थे। आईएएनएस से बातचीत में यात्रियों ने कहा, “हर भारतीय को एक बार अमरनाथ यात्रा जरूर करनी चाहिए। यह सिर्फ यात्रा नहीं, आत्मिक अनुभव है।” उन्होंने सेना और प्रशासन की सराहना करते हुए कहा कि हर स्तर पर बेहतरीन व्यवस्थाएं की गई हैं।
जत्थे में हर उम्र के श्रद्धालु शामिल हैं — बुजुर्ग, महिलाएं, युवा — सभी की आंखों में बाबा बर्फानी के दर्शन की ललक साफ झलक रही है। बेस कैंप से बसों का काफिला जैसे ही रवाना हुआ, वहां मौजूद हर कोई भक्ति और उत्साह से सराबोर नजर आया।
एक बुजुर्ग श्रद्धालु रामप्रसाद ने भावुक होकर कहा, “हम हर साल बाबा के दर्शन के लिए आते हैं। यहां आकर लगता है जैसे हर चिंता समाप्त हो गई हो। जम्मू-कश्मीर अब सुरक्षित और व्यवस्थित है। पहले जैसी बातें सिर्फ अफवाह थीं।”
प्रशासन की ओर से यात्रियों के लिए मेडिकल सुविधाएं, लंगर सेवा और विश्राम स्थल पहले से तैयार हैं। स्थानीय लोग भी खुले दिल से तीर्थयात्रियों का स्वागत कर रहे हैं, जिससे यात्रा का अनुभव और भी खास बन जाता है।
इस बार की यात्रा सिर्फ भक्ति नहीं, बल्कि एकता, सेवा और सद्भावना की मिसाल भी बनती दिख रही है।
