जम्मू। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर है। अमरनाथ यात्रा के लिए दूसरा जत्था गुरुवार को जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना हो गया। इस जत्थे में 5,200 से अधिक श्रद्धालु शामिल हैं, जिन्होंने सुरक्षा बलों की निगरानी में 168 वाहनों के काफिले में यात्रा शुरू की।
3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा की यह 38 दिवसीय यात्रा दो प्रमुख मार्गों – पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा नुनवान-पहलगाम और 14 किलोमीटर छोटा लेकिन कठिन बालटाल मार्ग – से संचालित की जा रही है। यह यात्रा 9 अगस्त तक चलेगी।
अधिकारियों के अनुसार, अब तक जम्मू से कुल 11,138 श्रद्धालु पवित्र गुफा की ओर रवाना हो चुके हैं। दूसरे जत्थे में 4,074 पुरुष, 786 महिलाएं और 19 बच्चे शामिल हैं।
श्रद्धालुओं में आतंकवाद का कोई डर नहीं दिखा। रायपुर से आए हरीश कुमार ने कहा, “हम 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले से डरने वाले नहीं हैं। ये आतंकी हमले हमारे हौसले को नहीं तोड़ सकते। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए हम हर हाल में जाएंगे।”
इसी तरह, कानपुर से आए मुख्तार सिंह ने भी दो टूक कहा कि “बढ़ती संख्या में तीर्थयात्रियों की मौजूदगी आतंकवादियों और पाकिस्तान को ये संदेश देती है कि हम डरते नहीं, डटकर सामना करते हैं।”
यात्रियों की सुरक्षा को लेकर भी प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। भगवती नगर बेस कैंप और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। जम्मू में 34 आवासीय केंद्रों की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं को रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टैग दिए जा रहे हैं और मौके पर ही पंजीकरण के लिए 12 काउंटर लगाए गए हैं।
अब तक 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालु ऑनलाइन पंजीकरण करा चुके हैं। श्रद्धा और साहस से भरी इस यात्रा में देशभर से आ रहे भक्तों का जोश हर कठिनाई पर भारी पड़ता दिख रहा है।