मुंबई। शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने वाले निवेशकों और ट्रेडर्स के लिए बड़ा बदलाव होने जा रहा है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) अब डेरिवेटिव एक्सपायरी के दिन बदलने जा रहे हैं। बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने दोनों एक्सचेंजों को इस बदलाव की अनुमति दे दी है।
NSE ने मंगलवार को ऐलान किया कि उसे इक्विटी डेरिवेटिव्स की साप्ताहिक और मासिक एक्सपायरी को गुरुवार से मंगलवार करने की मंजूरी मिल चुकी है। यह नई व्यवस्था 1 सितंबर, 2025 से लागू होगी। वहीं BSE अब एक्सपायरी को मंगलवार से गुरुवार शिफ्ट करेगा।
यह बदलाव एक्सपायरी को लेकर बढ़ती अस्थिरता को कम करने और एक्सचेंजों के बीच तालमेल बेहतर करने की रणनीति का हिस्सा है। मई में सेबी द्वारा दिए गए निर्देशों के बाद दोनों एक्सचेंजों ने अपने-अपने सर्कुलर जारी कर इस फैसले की पुष्टि की।
क्या रहेगा नया शेड्यूल?
- NSE:
- 1 सितंबर, 2025 से नए डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स मंगलवार को एक्सपायर होंगे।
- मासिक कॉन्ट्रैक्ट्स हर महीने के आखिरी मंगलवार को समाप्त होंगे।
- पुराने कॉन्ट्रैक्ट्स अपनी मौजूदा गुरुवार एक्सपायरी पर ही बने रहेंगे।
- BSE:
- 1 सितंबर, 2025 से नए कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी गुरुवार को होगी।
- पहले से जारी कॉन्ट्रैक्ट्स निर्धारित शेड्यूल पर ही समाप्त होंगे।
यह निर्णय सेबी की सेकेंडरी मार्केट एडवाइजरी कमेटी (SMAC) में विचार-विमर्श के बाद लिया गया, ताकि एक्सचेंजों के बीच एक्सपायरी दिनों में समन्वय बना रहे और बाजार में अनावश्यक अस्थिरता से बचा जा सके।
निवेशकों के लिए यह जरूरी है कि वे इस बदलाव को ध्यान में रखते हुए अपनी ट्रेडिंग रणनीतियों को समय पर अपडेट करें।