अटारी बॉर्डर पर पाकिस्तानी नागरिकों का हंगामा: स्वदेश लौटने में मुश्किलें

चंडीगढ़। पाकिस्तान से आए नागरिकों को भारत से बाहर करने के आदेश के बाद शुक्रवार को अटारी बॉर्डर पर दिनभर हलचल और हंगामा देखने को मिला। पाकिस्तानी नागरिक अपने देश लौटने के लिए यहां अफरा-तफरी मचाए हुए थे। जांच के दौरान यह सामने आया कि कई लोगों की वीजा अवधि समाप्त हो चुकी थी, लेकिन इसके बावजूद वे भारत में रह रहे थे। इन नागरिकों को जब अटारी बॉर्डर पर लाया गया, तो बीएसएफ और कस्टम अधिकारियों ने उन्हें रोक लिया।

अटारी बॉर्डर पर इस दिन करीब एक दर्जन ऐसी महिलाएं पहुंची, जिनका मायका भारत में है और शादी पाकिस्तान में हुई, लेकिन वे अब भी पाकिस्तान की नागरिकता से वंचित हैं। अधिकारियों ने स्पष्ट आदेश जारी किया है कि जिनके पास भारतीय पासपोर्ट है, उन्हें पाकिस्तान नहीं जाने दिया जाएगा।

राजस्थान के जोधपुर की रहने वाली अफसीन जहांगीर की शादी कराची में हुई थी। उनके बच्चे पाकिस्तानी नागरिक हैं, इसलिए उन्हें बॉर्डर पार करने की अनुमति मिल गई, लेकिन अफसीन को रोक लिया गया।

दिल्ली की अरूदा की शादी बीस साल पहले पाकिस्तान में हुई थी और उनके दो बच्चे पाकिस्तानी नागरिक हैं। उनके पति आज लाहौर से बाघा बॉर्डर पर उन्हें लेने के लिए आए थे। अरूदा ने बताया कि वह भारत अपने माता-पिता से मिलने आई थीं और 27 तारीख को वापस पाकिस्तान लौटने का टिकट था। लेकिन हालात को देखते हुए उन्होंने चार दिन पहले ही लौटने की कोशिश की, लेकिन आज उन्हें बॉर्डर पर रोक लिया गया।

15 साल पहले कराची में शादी करने वाली शनिजा दिल्ली में अपने माता-पिता से मिलने आई थीं। अब जब वह पाकिस्तान लौटना चाहती हैं, तो उन्हें अटारी बॉर्डर पर रोका गया। शनिजा ने बताया कि उनके पति वाघा बॉर्डर के उस पार इंतजार कर रहे हैं और वह गुरुवार रात से अटारी बॉर्डर पर बैठी हैं।

स्वदेश लौटने में पाकिस्तानी नागरिकों को झेलनी पड़ रही कठिनाइयां, अटारी बॉर्डर पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।

बीएसएफ ने भारत-पाक सीमा के नजदीकी गांवों में चलाया सर्च ऑपरेशन, बढ़ाई सुरक्षा

विशाखापत्तनम के चंद्रमौली का पहलगाम हमले में शहादत, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार