रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस ने राजधानी रायपुर में हिस्ट्रीशीटर रोहित तोमर और उसके परिवार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। करणी सेना के कथित राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र तोमर और उनके भाई रोहित तोमर के भाठागांव स्थित आवासों पर मंगलवार रात से क्राइम ब्रांच की 25 सदस्यों वाली टीम ने 15 घंटे तक तेज़ी से छापेमारी की। इस टीम में महिला अधिकारी भी शामिल थीं। हालांकि, दोनों भाइयों की गिरफ्तारी से पहले ही वे फरार हो चुके थे।
पुलिस ने छापेमारी के दौरान करोड़ों रुपये की नकदी, 2 किलो सोना, दो पिस्टल, 20 जिंदा कारतूस, एक थार और बीएमडब्ल्यू कार के साथ-साथ जमीन से जुड़े कई अहम दस्तावेज जब्त किए हैं। इसके अलावा, डिजिटल सबूत भी पुलिस के हाथ लगे हैं, जो आगामी जांच के लिए अहम साबित होंगे।
यह कार्रवाई रोहित तोमर पर दर्ज कई संगीन आपराधिक मामलों और आर्थिक अनियमितताओं की जांच के तहत की गई है। स्थानीय पुलिस रिकॉर्ड में रोहित एक सक्रिय हिस्ट्रीशीटर के तौर पर दर्ज है, जिसकी कई गंभीर शिकायतें और मुकदमे लंबित हैं।
बताया जाता है कि हाल ही में रोहित तोमर ने तेलीबांधा इलाके के एलओडी क्लब में एक व्यापारी को अपने बॉडीगार्ड के साथ मिलकर पीटा था, जिसकी शिकायत व्यापारी ने तेलीबांधा थाने में दर्ज कराई थी। इस मामले के बाद से पुलिस रोहित की तलाश में जुटी हुई है।
छत्तीसगढ़ पुलिस की यह बड़ी कार्रवाई अपराधियों के खिलाफ सख्ती का संदेश है, जो राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर लोगों में उम्मीद जगाती है।